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कांति कार्तिक यादव - लिरिक्स लिस्ट
Kanti Kartik Yadav
44 गीत
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LK374
कांति कार्तिक यादव
जस
45
डोरी सांस के बंधे बम भोला ले
LK424
अल्का चंद्राकर
कांति कार्तिक यादव
छांया चंद्राकर
बिहाव
24
बर तरी खड़े बरतिया
LK293
कांति कार्तिक यादव
जस
17
कउने तोरे अंगना बटोरे बूढी माई वो
LK276
कांति कार्तिक यादव
जस
17
सावन म शिव जी ला मनाबो
LK327
कांति कार्तिक यादव
जस
जवारा विसर्जन
12
मोला संग देबे दाई आवत जावत ले हा
LK348
कांति कार्तिक यादव
जस
11
बारामास भवानी रुच मुच कसे हो सिंगार
LK382
कांति कार्तिक यादव
जस
9
ए हो मोहनी मुरतिया हे तोर
LK311
कांति कार्तिक यादव
जस
9
जप हर हर हर हर भोला गुरू महादेव
LK568
कांति कार्तिक यादव
लोक गीत
8
ये माटी म जनम धरे हंव ये माटी मोरे महतारी
LK425
कांति कार्तिक यादव
जस
7
कातिक महिना धरम कर माया मोर
LK334
कांति कार्तिक यादव
जस
7
चिलम तिरईया आगे ना
LK352
कांति कार्तिक यादव
जस
6
तोर चरण पखारी लेतेव दाई
LK280
कांति कार्तिक यादव
जस
जवारा विसर्जन
6
तीजा बरोबर आऐ ओ दाई
LK329
कांति कार्तिक यादव
जस
5
नीम छंईहा मा बिराजे दाई मोर
LK313
कांति कार्तिक यादव
जस
5
झुले नजरे नजर मे दाई
LK491
कांति कार्तिक यादव
जस
4
धरम के धजा फहराये बर कैना रूप मा - जस
LK395
कांति कार्तिक यादव
होली
4
सबो रंग ला घोर के मिझार देवव जी
LK369
कांति कार्तिक यादव
जस
3
तोर दया होतिस त दाई
LK308
कांति कार्तिक यादव
जस
3
तोर जस ला गाहूं ओ दाई
LK528
कांति कार्तिक यादव
गौरी गौरा
2
कारी कारी रात मा काली कंकालिन गौरी के रूप धरे आये हे ना
LK516
कांति कार्तिक यादव
जस
2
ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछा दे
LK504
कांति कार्तिक यादव
जस
2
दीया बर गे हो रइया रतनपुर मा रइया रतनपुर मा या
LK498
कांति कार्तिक यादव
लोक गीत
2
काल अस बैरी बेरा उमियागे - कन्तिकर्तिक यादव
LK436
कांति कार्तिक यादव
जस
2
हे मैया तोर कारण भोला के चेत हरागे
LK392
कांति कार्तिक यादव
जस
2
ऐ मोर महतारी तोरे दुवारी आरती सजांव
LK379
कांति कार्तिक यादव
जस
2
दाई तोर पईया लागव
LK307
कांति कार्तिक यादव
जस
2
आसन म बघवा काबर सुहाए हो
LK278
कांति कार्तिक यादव
जस
2
यहो जग पर कलशा
LK274
कांति कार्तिक यादव
जस
2
शिव जटा ले गंगा बोहाके झलमला में आगे ना
LK634
कांति कार्तिक यादव
जस
1
कौने तोरे अंगना बटोरे बूढ़ी माई ओ
LK541
कांति कार्तिक यादव
पंथी
1
गुरू मोर बाबा मोर सत के अंजोर
LK484
कांति कार्तिक यादव
जस
1
नव दिन बर भेज के तोला किरपा करे हे भोला
LK455
कांति कार्तिक यादव
होली
1
होरी म मोर रधिया कहां लुगागे वो
LK440
कांति कार्तिक यादव
होली
1
बिन मुरली के मै हा किसन बन जाहूँ
LK306
कांति कार्तिक यादव
जस
1
ऐ हो मलनिया रद्दा भर फूलवा बिछा दे
LK623
कांति कार्तिक यादव
जस
0
कईसे करंव मैं दाई ओ जग ला रचे बर मन बनाये हौ
LK622
कांति कार्तिक यादव
जस
0
हो मन मोही डारे ओ दाई मोहनी मूरतिया हा तोर
LK621
कांति कार्तिक यादव
जस
0
कंकालीन मोरे माया हो चले हो रण में
LK615
कांति कार्तिक यादव
जस
0
मोर दुर्गा दाई ओ कण कण मा तै समाए
LK562
कांति कार्तिक यादव
जस
जवारा विसर्जन
0
मन मोहि डरे वो दुर्गा दाई होवत हे तोर बिदाई
LK492
कांति कार्तिक यादव
जस
0
जागत जागत सब दिन सुमिरौ
LK422
कांति कार्तिक यादव
जस
0
बन्दव तोला दाई ओ सुमिरौ तोला माई ओ
LK409
कांति कार्तिक यादव
जस
0
मैं का चढ़ावौ दाई तोला वो अर्पण हे मोर जिनगानी
LK389
कांति कार्तिक यादव
जस
0
मन शीतल कर शिव शंकर
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